What Is Meant By Upachaya Houses In Jyotish (वैदिक ज्योतिष में उपचय भाव या वृद्धि भाव)?
उपचय भाव का नियम
हमारी कुंडली में 12 भाव होते ह। इन 12 भावो को 2 केटेगरी में डिवाइड कर देना है एक है उपचय भाव और दूसरा है अनुपचय भाव
उपचय भाव में: 3rd house, 6th House, 10th house and 11th House
अनुपचय भाव में: बाकि जो 7 भाव बचते है वो अनुपचय भाव कहलाते है |
अनुपचय भावो का भविष्यवाणी (prediction) में कोई इस्तेमाल नहीं है।
लेकिन उपचय भाव का भविष्यवाणी (prediction) में इस्तेमाल है।
वैदिक ज्योतिष में उपचय भाव का नियम:
पहला नियम एक उपचय भाव का स्वामी दूसरे उपचय भाव में जाना चाहिए।
दूसरा नियम बढ़ते क्रम में जाना चाहिए |
तब हम उपचय भाव का नियम अप्लाई करते हैं।
जिसकी कुंडली में यह नियम अप्लाई होता है उसकी जैसे जिसे उम्र बढ़ती है वैसे वैसे उसके पास पैसा बनता चला जाता है।