त्रिषडाय भाव (3, 6, 11) के स्वामी ज्योतिष में क्यों महत्वपूर्ण माने जाते हैं Trishadaya Houses Lord (स्वामी ) and its Importance

Trishdaay Bhaav Swami Importance in Astrology

Trishadaya Bhaav (Houses) Lords (स्वामी ) And Importance of Trishdaay in Astrology

3rh House: काम का मन गया है 

उदाहरण के तौर पर

अगर किसी की 3rd Lord (स्वामी) 4th हाउस में जाता है तो उसकी काम वासना घर को या कार को लेकर होगी जब भी वो किसी ऐसी जगा पर जायेगा जो उसको पसंद हो तो उसको लगेगा की मेरा भी घर यहाँ होना चाहिए 

6th House: सेवा, रोग, ऋण 

6th House का स्वामी जहा भी जायेगा मतलब जिस घर में जायेगा उसको उस घर के अकॉर्डिंग सेवा करनी होगी | यह एक रीड्य के तौर पर उसको बहुत लाभकारी होगा | मान लीजिए 6th स्वामी 9th हाउस में जाता है|  तो 9th हाउस है टीचर गुरु का  

.इसका मतलब उसको टीचर के रूप में सेवा करनी है

अगर पैसा आ रहा है तो उससे खुश नहीं होना बल्कि अलग (detach) होना है | कहना हम यह चाहते है की सेवा भाव से काम करना है।   

11th House: लोभ का माना गया है | इच्छाएं (Ichchhaen) जागृत करेगा फालतू की 

यह 3rd and 6th हाउस से भी खतरनाक माना गया है |

यह खुद को बांधने का घर है| जब 11th House हाउस का स्वामी स्ट्रांग होगा तो इच्छाएं (Ichchhaen) पूरी करेगा | 

और यही इच्छाएं (Ichchhaen) इसको दुखी करेगा |

क्युकी यह Trishdaay Bhaav भाव है ईश्वर चाहते है यह बंधन मैं बंधा रहे | इसको मुक्ति न मिले |